झाबुआ~नगरपालिका परिषद् झाबुआ के निर्वाचन के नामांकन वापसी के अंतिम दिन कलेक्टोरेट में 55 अभ्यर्थियो ने नाम निर्देशन-पत्र वापस लिए-कुल 62 प्रत्याषी चुनावी मैदान में, ~~
नाम-वापसी के दौरान युवा भाजपा नेता भूपेश सिंगोड़ के छलके आंसू..............टिकट कटने से क्षेत्रीय सांसद श्री डामोर है बेहद नाराज~~
नगर पालिका परिषद झाबुआ के निर्वाचन की प्रक्रिया के तहत कलेक्ट्रेट में 15 सितंबर, गुरुवार को सुबह 10 बजे से शहर के 18 वार्डों से फार्म भरने वाले अभ्यर्थियों की नाम-वापसी की प्रक्रिया आरंभ हुई। एसडीएम एवं सहायक रिटर्निंग अधिकारी श्री गर्ग ने बताया कि झाबुआ के वार्डों से कुल 117 अभ्यर्थियों में से 15 सितंबर, गुरुवार को सुबह 10 से दोपहर 3 बजे तक हुई नाम-वापसी में निर्धारित समयावधि तक 55 अभ्यर्थियों ने फार्म वापस ले लिए। शुक्रवार से चुनावी मैदान में उतरे समस्त प्रत्याशी अपने-अपने वार्डों में सघन जनसंपर्क और प्रचार-प्रसार आरंभ कर देंगे।
टिकट कटने से क्षेत्रीय सांसद श्री डामोर है बेहद नाराज...............
क्षेत्रीय सांसद गुमान सिंह डामोर के भाई भील सेवा संघ के अध्यक्ष अजय डामोर, जिन्होने 12 सितंबर, अजय डामोर का झाबुआ शहर की निर्वाचन नामावली में नाम नहीं होने के बाद भी नामांकन फार्म जमा किए जाने का विपक्षी पार्टी कांग्रेस की ओर से स्वयं पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं झाबुआ विधायक कांतिलाल भूरिया तथा मप्र युवा कांग्रेस अध्यक्ष डॉ. विक्रांत भूरिया और वार्ड क्र. 12 से कांग्रेस से अधिकृत उम्मीदवार एनएसयूआई जिलाध्यक्ष विनय भाबोर द्वारा खुलकर विरोध किया गया। राज्य निर्वाचन आयोग के नियमानुसार नामावली में नहीं होने के कारण उनका फार्म जांच के दौरान निरस्त किया गया। वार्ड क्र. 12 से भाजपा से अजय डामोर का टिकट कटने से क्षेत्रीय सांसद श्री डामोर बेहद नाराज है, कलेक्ट्रेट में नदारद रहे ।
भाजपा से संभाली इन्होंने कमान...................
कलेक्टोरेट में नामांकन वापसी के अंतिम दिन शहर के 18 वार्डों से भाजपा से बागी होकर चुनाव लड़ने की तैयार करने वाले उम्मीद्वारों से स्वयं कलेक्टोरेट में उपस्थित रहकर भाजपा के पूर्व प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य एवं पूर्व भाजपा जिलाध्यक्ष दौलत भावसार, वरिष्ठ भाजपा नेता एवं पूर्व प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य शैलेष दुबे, वरिष्ठ भाजपा नेता विजय नायर एवं बृजेन्द्र चून्नू शर्मा, भाजपा के पूर्व जिला महामंत्री प्रवीण सुराना, पूर्व मंडल अध्यक्ष झाबुआ दीपेश बबलू सकलेचा, युवा भाजपा नेता कल्याणसिंह डामोर आदि ने अधिकांश उम्मीद्वारों को अपने संपर्कों के माध्यम से कलेक्टोरेट बुलवाकर समझाईश देकर एवं भाजपा पार्टी को सर्वोपरि मानकर, एक चुनाव चिन्ह कमल के साथ रहने का संदेश देते हुए उनसे नामांकन फार्मों की वापसी करवाई।
कलेक्टोरेट में नामांकन वापसी के अंतिम दिन शहर के 18 वार्डों से भाजपा से बागी होकर चुनाव लड़ने की तैयार करने वाले उम्मीद्वारों से स्वयं कलेक्टोरेट में उपस्थित रहकर भाजपा के पूर्व प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य एवं पूर्व भाजपा जिलाध्यक्ष दौलत भावसार, वरिष्ठ भाजपा नेता एवं पूर्व प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य शैलेष दुबे, वरिष्ठ भाजपा नेता विजय नायर एवं बृजेन्द्र चून्नू शर्मा, भाजपा के पूर्व जिला महामंत्री प्रवीण सुराना, पूर्व मंडल अध्यक्ष झाबुआ दीपेश बबलू सकलेचा, युवा भाजपा नेता कल्याणसिंह डामोर आदि ने अधिकांश उम्मीद्वारों को अपने संपर्कों के माध्यम से कलेक्टोरेट बुलवाकर समझाईश देकर एवं भाजपा पार्टी को सर्वोपरि मानकर, एक चुनाव चिन्ह कमल के साथ रहने का संदेश देते हुए उनसे नामांकन फार्मों की वापसी करवाई।
कांग्रेस से इन्होंने संभाला मोर्चा..............
वहीं दूसरी ओर कांग्रेस से वरिष्ठ कांग्रेस नेता एवं जिला कांग्रेस कोषाध्यक्ष प्रकाष रांका, युवा कांग्रेस नेता आशीष भूरिया, युथ कांग्रेस जिलाध्यक्ष विजय भाबर, पूर्व शहर कांग्रेस अध्यक्ष देवेन्द्रप्रसाद अग्निहोत्री, कांग्रेस से सामाजिक कल्याण प्रकोष्ठ के जिलाध्यक्ष जितेन्द्र शाह आदि ने मोर्चा संभालते हुए शहर के कई वार्डों से कांग्रेस से बागी होकर चुनाव लड़ने की तैयार करने वाले उम्मीद्वारों से फार्म वापसी करवाई। कलेक्टोरेट में नामांकन वापसी की प्रक्रिया करीब 5 घंटे तक चली।
भाजपा नेता भूपेश सिंगोड़ की आंखों से निकले आंसू, तो युवा सतीश लाखेरी ने जताया कड़ा विरोध
भाजपा से वार्ड क्र. 17 से प्रबल दावेदारी करने वाले, सांसद कोटे से प्रमुख माने वाले युवा भाजपा नेता भूपेश सिंगोड़ का पार्टी ने अपनी अधिकृत प्रत्याषियों की सूची में एन-वक्त पर नाम काट दिया। ज्ञातव्य रहे कि इस वार्ड से भूपेश सिंगोड़ ने अपनी धर्मपत्नि श्रीमती ललिता सिंगाड़ का नामांकन फार्म जमा करवाया था। लगभग तय माना जा रहा था कि वार्ड क्र. 17 से पार्टी उन्हें अपना अधिकृत प्रत्याशी घोषित करेगी। भूपेश सिंगोड़ की इस वार्ड में काफी मजबूत मानी जाती है। वह पिछले चुनाव में कांग्रेस प्रत्याषी श्रीमती मालू डोडियार से महज 3 वोटो से हारे थे। इस चुनाव में भाजपा से मैदान में उतरने के लिए वह पिछले एक वर्ष से तैयारियों मंे जुटे हुए थे, लेकिन पार्टी ने जब टिकीट नहंी दी, तो वह अत्यधिक आहत हुए। आलम यह रहा कि जब वह आज नाम-वापसी के दिन अपनी पत्नी को लेकर कलेक्टोरेट पहुंचे तो आंखों से आंसू निकल आए।
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