झाबुआ~अब 200 नंबर की होगी वोकेशनल कोर्स की परीक्षा.....
जून में शुरू होंगे यूजी फर्स्ट ईयर के पेपर,मई के पहले सप्ताह तक जमा होंगे फार्म~~
झाबुआ। संजय जैन~~
उच्च शिक्षा को और बेहतर बनाने के लिए एजुकेशन की नई पॉलिसी तैयार की गई है लेकिन इच्छाशक्ति के अभाव में सभी काम देरी से हो रहे हैं। स्थिति यह है कि प्रदेश में सबसे पहले लागू हुई नई एजुकेशन पॉलिसी की पहली परीक्षा ही तीन माह देरी से हो पाएगी।
टाइम-टेबल 5 मई के बाद जारी होगा.....
बीकॉम,बीए और बीएससी जैसे परंपरागत कोर्स की हर साल मार्च के पहले सप्ताह में होने वाली परीक्षा इस बार जून के पहले सप्ताह में हो पाएगी। आवेदन मई के पहले सप्ताह तक जमा होंगे। टाइम-टेबल 5 मई के बाद जारी होगा। जुलाई अंत तक तो परीक्षा ही चलेगी,उसके बाद पूरे रिजल्ट जारी होने में कम से कम 60 दिन का समय लगता है। इसके साथ ही सेकंड ईयर की पढ़ाई भी प्रभावित होगी।
अब 200 नंबर की होगी वोकेशनल कोर्स की परीक्षा......
इसके अलावा इस बार वोकेशनल कोर्स की परीक्षा 200 नंबरों की होगी। छात्र ग्रेजुएशन में चार साल का कोर्स पढ़ेंगे,उन्हें पीजी-यानी पोस्ट ग्रेजुएशन एक साल का ही करना होगा। यूजी के तीसरे वर्ष का स्कोर 7.5 होने पर ही चौथे वर्ष में प्रवेश मिलेगा। इन छात्रों को चौथे वर्ष में रिसर्च में नए कोर्स पढऩा होंगे। उन्हें रिसर्च डिग्री मिलेगी, जबकि दूसरा विकल्प ऑनर्स का है जो छात्र रिसर्च नहीं चुनेंगे,उन्हें चौथे वर्ष में ऑनर्स की डिग्री मिलेगी। नई एजुकेशन पॉलिसी में यूजी कोर्स में पहले साल में पढ़ाई छोड़ने पर सर्टिफिकेट मिलेगा। दूसरे साल के बाद एडवांस सर्टिफिकेट या डिप्लोमा मिलेगा,वहीं तीसरे साल के बाद डिग्री मिलेगी।
संबंधित विषय में कुछ अलग करना होगा.......
100 अंकों की प्रैक्टिकल परीक्षा में हर छात्र को संबंधित विषय में कुछ अलग करना होगा। नर्सरी प्रबंधन विषय चुनने वाले छात्र को न केवल पौधे लगाना होंगे,बल्कि यह भी समझाना होगा कि वह नर्सरी में गर्मी-बारिश या ठंड में पौधों को कैसे सुरक्षित रखा जाए। वहीं हाउसकीपिंग एंड हॉस्पिटैलिटी मैनेजमेंट विषय का चयन करने वाले छात्र को होटल,रेस्टोरेंट का मैनेजमेंट समझाना होगा। खनिज वालों को संसाधनों के दुरुपयोग पर रोक का महत्व समझाना होगा।
एक विषय माइनर भी चुनना अनिवार्य ........
हर छात्र को एक इलेक्टिव एक वोकेशनल विषय चुनना है। एक विषय आधार पाठ्यक्रम का होगा,जबकि दो मेजर एवं एक विषय माइनर भी चुनना अनिवार्य है। आधार पाठ्यक्रम में हिंदी,अंग्रेजी भाषा के साथ पर्यावरण भी शामिल है। ये तीनों ही अनिवार्य हैं। इसी में एक विषय और है।
.................जेसी सिन्हा-प्राचार्य पीजी कॉलेज,झाबुआ
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