धार~लंपी से जिले में पहली मौत मांडव में दर्ज, बढ़ रही है प्रभावित पशुओं की संख्या~~
उपसंचालक पशुपालन विभाग के वर्मा ने कहा कुल 418 संक्रमित, उपचार के बाद 300 से अधिक हुए ठीक~~
ब्लॉकों में उपचार व्यवस्था कमजोर दिख रही, जिला मुख्यालय के पशु चिकित्सालय में तिरला ब्लॉक के ग्रामीण पहुंच रहे पशुओं को लेकर~~
अब संक्रमित पशुओं को चिकित्सालय में करेंगे क्वारेंटाईन, नपा सीएमओं ने किया अस्पताल का दौरा, 20 बॉय 50 का बना रहे बाडा~~
जिले में लंपी प्रभावित पशुओं में एक पशु की मौत हो गई है। मांडव क्षेत्र में एक बैल की मौत की जानकारी सामने आने के बाद अब उपचार व्यवस्थाओं और टीकाकरण को और पुख्ता किया जा रहा है। बीते दो दिन पहले 104 गांव प्रभावित बताए जा रहे थे। यह आंकड़ा बढक़र अब 108 गांवों का हो गया है। वहीं विभाग प्रभावित पशुओं को चिह्नित करने के साथ टीकाकरण पर विशेष रूप से फोकस कर रहा है। उप संचालक पशु पालन विभाग जीडी वर्मा ने कहा कि अब तक करीब 20 हजार 300 गौवंश का टीकाकरण कर दिया गया है। यह इस बात का संकेत है कि संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए लगातार काम जारी है। इधर विभाग के पास मौजूद टीके कम हो गए है। जिसके बाद 40 हजार टीकों की मांग वरिष्ठ कार्यालय को भेजी गई है। श्री वर्मा ने बताया कि 25 हजार के लगभग टीके प्राप्त हुए थे। इसमें लंपी प्रभावित पशुओं के मिलने के क्षेत्र से 5 किलोमीटर के एरिये में वैक्सीनेशन किया जा रहा है।
गौशालाओं में भी पशु संक्रमित
गौशाला में भी अब गौवंश संक्रमित हो रहे हैं। करीब 50 गौशालाओं में 20 गौवंश संक्रमित पाए गए है। जिला मुख्यालय की गौशाला में भी पशु संक्रमित होने की जानकारी सामने आई है। इसके बाद टीकाकरण को लेकर गौशाला संचालक भी सक्रिय हो गए हैं। जेतपुरा स्थित गौशाला समिति ने जिला पशु चिकित्सालय में टीकाकरण को लेकर संपर्क किया है। तमाम हालातों के बीच अच्छी खबर यह है कि प्रभावित अन्य क्षेत्रों के तुलनात्मक धार जिले में यह बीमारी नियंत्रण में है। दरअसल करीब 6 लाख से अधिक गौवंश है। इनमें से महज 418 संक्रमित पाए गए है। जिनमें 319 को उपचार के बाद ठीक किया गया है।
कंट्रोल रूम बनाया, रात 10 तक रहेगा सक्रिय
लंपी वायरस के मद् देनजर गुरुवार को धार कलेक्टर की मौजूदगी में संबंधित विभागों की बैठक हुई। जिसके बाद जिला स्तर पर पशु चिकित्सकों का एक कंट्रोल रूम बनाया जा रहा है। यहां पर प्रात: 6 से रात 10 बजे तक सूचनाएं दी जा सकती है। इसका नंबर 07292-222703 रहेगा। यहां पर पशु चिकित्सा विभाग के कर्मचारी मौजूद रहेंगे।
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1 सप्ताह तक संक्रमित गौवंश को रखेंगे क्वारेंटाईन
ब्लॉकों में प्रभावित पशुओं तक चिकित्सक नहीं पहुंच पा रहे हैं। नतीजे में जिला मुख्यालय तक पशुओं को उपचार के लिए लाना पड़ रहा है। 22 सितंबर को धार के जिला पशु चिकित्सालय में करीब 28 पशु लाए गए है। जिसमें मोहनपुरा, माफीपुरा, सिलीबयड़ी, खादनबुजुर्ग, दिलावरा के पशु थे। यह सब तिरला विकासखंड क्षेत्र के पशु है इधर पशु पालकों को पशुओं को उपचार देने के बाद दवाइयां देकर लौटाया जा रहा है। यह पशुुपालक अपने पशुओं को बांधकर नहीं रख पा रहे है। ऐसी परिस्थिति में संक्रमण फैलने की स्थिति बन रही है। इस तरह की जानकारी सामने आने के बाद अब जिला पशु चिकित्सालय में लंपी प्रभावित पशुओं को रखने के लिए बाड़ा बनाया जा रहा है। गुरुवार शाम को नगरपालिका सीएमओ निशिकांत शुक्ला ने पौ चौपाटी स्थित पशु चिकित्सालय पहुंचकर डॉक्टरों से चर्चा की। फिलहाल यहां 20 बॉय 50 का बेरिकेटिंग से बाड़ा बनाया जा रहा है। जहां पर पशुओं को एक निश्चित अवधि तक क्वारेंटाईन किया जाएगा। इधर स्ट्रीट लाईट सहित अन्य व्यवस्थाओं को लेकर भी सीएमओ ने अपने कर्मियों को निर्देशित किया है। रात में बाड़े की नप्ती को लेकर काम शुरु हो चुका था।
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